Thursday 3 October 2019

WO EHSAAS AAJ TAK KYO HAI



 
चाँद आज अकेला अकेला सा क्यों है

हवाओं का रंग बदला बदला सा क्यों है

जब उसके दिल  में कुछ था ही नही मेरी खातिर……

तो मुझमे जिन्दा ये प्यार आज तक क्यों है।

वैसे तो मेरी आँखों ने कई बार छुआ  है तुझको

मेरे ख्वाबों ने हमेशा सोचा भी है तुझको

जो छुआ  था एक रात तूने सपने में…

 छुअन का एहसास आजतक क्यों है। 

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